बिहार मैं अजीब सी व्यवस्था है , अधिकारी शीश महल में रहने वाले मुख्यमंत्री को किसी दूसरे अधिकारी की तारीफ करते हैं और फिर वह मॉडल बिहार का मॉडल हो जाता है
पता नहीं उस क्षेत्र के नेता क्या करते हैं या उनका feedback मुख्यमंत्री क्यों नहीं लेते हैं
बस यूं ही सिस्टम एक दूसरे की पीठ थपथपाता रहता है और गरीब मारे जाते हैं
पिछले 7 सालों से तो यही दिख रहा है मुझे, बाकी मीडिया तो है ही गौरव गान लिखने के लिए, बिहार में जो असली हीरो और fighters होते हैं वह कभी सामने नहीं आ पाते
बस कुछ यूं ही सारा system चाहे वह मंत्री हो या IAS अधिकारी अपनी नाकामियों को छुपाते रहते हैं, नकली पॉलिश लगाकर
मैं पिछले कुछ सालों के अखबार cutting के साथ इन सारे दावों और वायदो को सामने लाऊंगा फेसबुक पे
