ये जो खून की पिचकारी फूट रही है वो हिन्दुस्तानी खून हैं,
क्यों हम सब बांग्लादेशियों और रोहिंगियाओं के लिए अपने लोगो का खून बहा रहे हैं, चाहे वो किसी भी धर्म का हो ,हैं तो भारतीय
खतरा इसके बाद हैं क्योंकि जहां सरकार की शक्ति एवम् सत्ता समाप्त होती है, वहां से समाज की सत्ता सुरु होती हैं
हाशिए पे मत ढकेलिए समाज को राजनीतिक सत्ता के लिए

90 दिनों से पूरे भारत के साथ खिलवाड़ करने वालों पर दया और भाईचारे की बात सही नहीं होगा और न ही वो क्षम्य हैं।
न्याय जरूरी है। 34 लोगों ने दिल्ली में जान गंवाई हज़ारों करोड़ की संपत्ति आग के हवाले की गई। लोगों को पंगु बना कर रखा हुआ था। अब इन का इलाज जरूरी है।
सारे कुकर्मियों को सरकार पुलिस कैसे भी पकड़ कर बस सजा दे।