सम्राटों और सामंतो की खोज में गिरमिटिया बिहारी !!!!! क्या यही लोकतंत्र है ?
बड़ी अजीब मानसिकता है बिहार की , आज एक बहुत पढ़े लिखे व्यक्ति के फेसबुक पोस्ट मैंने पढ़ा जिसमें उन्होंने लिखा था कि बिहार के अगले मुख्यमंत्री चिराग पासवान होंगे…………..पर मेरे अंदर का गिरमिटिया अब विद्रोह करना चाहता हैं , चंद सवाल पूछना चाहता हैं !!!!
1) खुलेआम परिवारवाद का समर्थन करके क्या आप लोग लोकतंत्र की हत्या नहीं कर रहे हैं ?
2) क्या खासियत है इन नेताओं के पुत्रों में जो आप मुख्यमंत्री जैसे एक महत्वपूर्ण पद के लिए उनकी दावेदारी मान लेते हैं ?
3) आखिर क्यों राजा का बेटा ही राजा होगा ऐसी क्या खासियत है उस" LUCKY SPERM" में, और अगर ऐसा ही है तो पुराने राजाओं ने क्या खता की थी ?
4) अब सामंतो की बात करे BPSC का नतीजा निकला तो फेसबुक भर गया था, सब हवा में बधाई दे रहे थे !!!!
5) क्या आपने कभी सोचा है कि जिस राज्य में सबसे कम IAS निकलते हैं या यूं बोला जाए तो जहां सामंतवादी सोच बहुत कम है वहां के लोगों का Happiness Index बिहार से इतना ज्यादा क्यों ?
सोचिएगा जरूर क्योंकि आज के दिन में अगर आप नीतीश कुमार को दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से तुलना कर ले तो नीतीश कुमार failure लगेंगे, पर बीच-बीच में मेरे पत्रकार दोस्त उनके भी पुत्र की राजनीति में आने की आहट सुना करके लोगों में उम्मीद जगाते हैं, और उनके खिलाफ कुछ लिखो तो उनकी प्रजा नाराज हो जाती हैं
ना मै अब गिरमिटिया हूं ना प्रजा , आप अपना मन बनाए, बहुत अच्छी तनख्वाह देता हूं अधिकारियों और मंत्रियों को , कोई निःशुल्क सेवा नहीं कर रहा मेरी !!!!!!!
