सुंदर कांड भाग 2 : गेहूं यानी कनक यानी अंग्रेजी में WHEAT
जय हिंद साथियों,
धान और गेहूं मिलाकर के नुकसान 3 साल का हुआ मात्र रुपए 63524.4857 crore
9 दिसंबर को मैंने एक पोस्ट डाला था और उसमें कैलकुलेशन था कि अगर पंजाब के लेवल पर बिहार सरकार धान की MSP पर खरीदी करती तो बिहार में 3 साल में ( 2017-2020) लगभग Rs 36245.0372 crores का excess inflow होता, और लाजिमी है यह रुपया बिहार के ही बाजार में जाता.
अब इसमें जोड़ लीजिए गेहूं का Rs 27279.4485 crore, ध्यान रहे यह पिछले साल तक का आंकड़ा है, इस साल MSP और किसानों के बिक्री दर के बीच में ₹425 क्विंटल का फर्क है.
कई बार सरकारों का निकम्मा होना अच्छा होता है, आज बिहार का किसान कितना सुकून में है, सर्दी में दिल्ली में भटक नहीं रहा है : क्योंकि उसने आज तक एमएसपी का सुख होगा ही नहीं , हमारा व्यापारी वर्ग भी शांत है,
खैर वोट तो सब जात को देगा , सवाल किससे पूछेगा ?
जाते-जाते बता दें कि धान और गेहूं मिलाकर के नुकसान 3 साल का हुआ मात्र रुपए 63524.4857 crore
बिहार जैसे अमीर राज्य के लिए यह कौन सी बड़ी बात है !!!!
जय श्री राम , भारत माता की जय , वंदे मातरम
कोई देशद्रोही नहीं बोलेगा , ऊपर सर्टिफिकेट दे दिए हैं
